घरेलू शेयर बाजार में सात दिन से जारी तेजी के बाद गिरावट के साथ बंद
घरेलू शेयर बाजार में सात दिन से जारी तेजी के बाद गिरावट के साथ बंद हुआ। विदेशी संस्थागत निवेशकों की बिकवाली और ग्लोबल मार्केट से मिले कमजोर रुझानों के दबाव से बाजार में गिरावट आई। विश्लेषकों के मुताबिक, अंतरराष्ट्रीय बाजारों में कच्चे तेल की गिरती कीमतें घरेलू बाजार को सहारा देने में विफल रहीं क्योंकि निवेशक भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की मौद्रिक नीति के फैसले से पहले सतर्क नजर आए।
गुरुवार के कारोबार में बीएसई सेंसेक्स 132 अंक कमजोर हुआ। वहीं, निफ्टी में भी 37 अंक की गिरावट दर्ज की गई। हालांकि, व्यापक बाजार गुरुवार को अपनी बढ़त बरकरार रखने में कामयाब रहे। बीएसई मिडकैप इंडेक्स 0.7 फीसदी, जबकि स्मॉलकैप 0.3 फीसदी बढ़ा।
बीएसई का 30 शेयरों वाला मानक सूचकांक सेंसेक्स 132.04 अंक की गिरावट के साथ 69,521.69 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स में गुरुवार को 69,320.53 और 69,695.33 के रेंज में कारोबार हुआ।
वहीं, दूसरी ओर नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के निफ्टी में भी 36.55 अंक की गिरावट दर्ज की गई। निफ्टी दिन के अंत में 20,901.15 अंक पर बंद हुआ। निफ्टी में गुरुवार को 20,850.80 और 20,941.25 के रेंज में कारोबार हुआ। गुरुवार के कारोबार में सेंसेक्स के शेयरों में 12 शेयर हरे निशान पर बंद हुए। पावर ग्रिड, अल्टाट्रेक सीमेंट, टाइटन, एनटीपीसी और एसबीआई सेंसेक्स के टॉप 5 गेनर्स रहे। सबसे ज्यादा मुनाफा पावर ग्रिड के शेयरों को हुआ। इसके शेयर 2.43 फीसदी चढ़ गए। वहीं, दूसरी तरफ सेंसेक्स के शेयरों में 18 शेयर लाल निशान पर बंद हुए। भारती एयरटेल, एचयूएल, टाटा स्टील, आईटीसी और एलएंडटी सेंसेक्स के टॉप 5 लूजर्स रहे। सबसे ज्यादा नुकसान भारती एयरटेल के शेयरों को हुआ। इसके शेयर 2.46 फीसदी गिर गए।
एशिया के अन्य बाजारों में जापान का निक्की, हांगकांग का हैंगसेंग और चीन का शंघाई कम्पोजिट नुकसान में रहे। यूरोप के प्रमुख बाजारों में…. फ्रांस के सीएसी में तेजी रही जबकि जर्मनी का डीएएक्स नुकसान में रहा। वहीं लंदन के एफटीएसई में गिरावट रही। अमेरिकी बाजारों में बुधवार को मिला-जुला रुख था। वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 1.01 प्रतिशत की बढ़त के साथ 75.05 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।
Source – EMS