रजिस्टर्ड ट्रांसजेंडर मैरेज में बना इन्दौर नम्बर वन


लड़की ने लड़का बन एक लड़की ने अपनी पसंद की लड़की से स्पेशल मैरिज एक्ट के तहत रजिस्टर्ड शादी कर ली है। लड़की से लड़का बनी इस लड़की का नाम है अलका सोनी और अब इस लड़की ने लड़का बनने के बाद अपना नाम अस्तित्व रखा है। वहीं लड़की से लड़का बने इस लड़के अस्तित्व ने जिस लड़की से शादी की है उसका नाम आस्था है और वह उसकी बहन की सहेली भी है।
इंदौर में स्पेशल मैरिज एक्ट के तहत हुई इस शादी में दोनों परिवारों की ओर से 25 लोग शामिल हुए । अभी कोर्ट में हुई इस रजिस्टर्ड शादी के बाद सामाजिक और पारिवारिक रीति रिवाज के साथ ये दोनों लड़का लड़की 11 दिसंबर 2023 को सात फेरे लेंकर धूमधाम से पारम्परिक शादी करेंगे।
ज्ञात हो कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा ट्रांसजेंडर विवाह को कानूनी मान्यता दे दी गई है, और इस फैसले के बाद ट्रांसजेंडर का यह पहला ऐसा विवाह है जो अधिकृत कानूनी रूप से रजिस्टर्ड हुआ है।
लड़की से लड़का बनी अलका सोनी को अपने जन्म के कुछ वर्षों बाद ही यह महसूस होने लगा कि नारीत्व उसके लिए नहीं है जिसके बाद उसने पुरुषों की तरह रहना शुरू कर दिया और गत वर्ष अपने जन्मदिन पर वह सर्जरी करवा कर महिला से पुरुष बन गई। जेंडर परिवर्तन करवाने के बाद अलका सोनी ने अपना नाम अस्तित्व रख लिया उसके बाद उसने अपनी दिली इच्छा बताई कि वह जिस से भी शादी करेगा उसका नाम आस्था रखेगा और उसने यह भी किया।
अलका सोनी ने जेंडर चेंज कराकर अस्तित्व बनने के बाद स्पेशल मैरिज एक्ट के तहत आस्था से शादी की। अब 11 दिसंबर 2023 को वह रीति-रिवाज से भी शादी के फेरे लेंगे। अस्तित्व का कहना है कि हम दोनों इस शादी से बहुत खुश हैं। और जो मेरी पत्नी है आस्था वह मेरी बहन की सहेली है उसे मेरे और मेरे इस बदलाव के बारे में शुरू से आखिरी तक की पूरी जानकारी है। हालांकि आस्था की अस्तित्व से 5-6 महीने पहले ही बातचीत शुरू हुई थी। वहीं इस पहली ट्रांसजेंडर शादी की दुल्हन आस्था ने ईएमएस से कहा है कि हमने बहुत विचार करने के बाद शादी करने का निर्णय लिया। और हम दोनों के परिवारों को भी हमारे इस फैसले से कोई समस्या नहीं थी।
इस पहली रजिस्टर्ड ट्रांसजेंडर शादी के बारे बहुत ही प्रफुल्लित मन से बताते दोनों ने कहा कि शादी का आवेदन हमनें अपर कलेक्टर रोशन राय को स्पेशल मैरिज एक्ट के तहत अपनी पूरी स्थिति स्पष्ट करते दिया था। अपर कलेक्टर द्वारा हमारे आवेदन का निरीक्षण करने और उसमें उल्लेखित तथ्यों का परीक्षण करने के बाद स्वीकार कर लिया गया। उसके बाद उन्होंने दोनों पक्षों को नोटिस भेजे जिसके बाद वर-वधू पक्ष के दो-दो गवाह और एक संयुक्त गवाह की मौजूदगी में हम दोनों ने स्पेशल मैरिज एक्ट के तहत अपनी शादी रजिस्टर्ड कर अपना मैरिज सर्टिफिकेट ले लिया।

Source – EMS

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