सारे झगड़े मंदिर के अंदर है, जहां विवाद समाप्त होना चाहिए वहां सबसे ज्यादा विवाद है
आ.विहर्ष सागर जी महाराज
इंदौर । अचार्य विहर्ष सागर जी महाराज ने दिगंबर जैन तेरापंथी मंदिर , तिलक नगर में आज अपने प्रवचन में कहा कि, जैन धर्म बेजोड़ है, हमने इसे समझने का प्रयास ही नहीं किया ।धर्म की पूरी जानकारी तो हम मुनियों को भी नहीं है। जैन रामायण की जानकारी हमें नहीं है, पर टीवी पर चली रामायण सभी को याद है। हम जैन होकर भी पूर्ण जैन नहीं है। ज्ञान का अभाव होने के कारण से हमारी समाज भटक गई। हर संप्रदाय का एक ग्रंथ है जिसे सभी अनुयाई मानते हैं हमने यह ग्रंथ बनाने में भी देरी कर दी
आपने कहा कि धर्म- धर्म है, क्रिया नहीं ,और क्रिया- क्रिया है, धर्म नहीं , हम क्रियाओं में उलझ गए। सारे झगड़े मंदिर के अंदर है, जहां विवाद समाप्त होना चाहिए वहां सबसे ज्यादा विवाद हैं। इसीलिए भगवान महावीर स्वामी ने आंखें बंद कर ली। आचार्य श्री ने कहा कि
जब कुछ ना बन सका तो, तेरी शरण में आए
आपने कहा कि हमें जैन धर्म पर गर्व है। यह विवादों को सुलझाने का धर्म है, अज्ञानियों ने इस धर्म को बांट दिया।आप खाली गुरुओं के नारे मत लगाओ, उनसे अपनी अज्ञानता को दूर करने के उपाय समझो। जैन समाज , सबसे ज्यादा पढ़ी-लिखी समाज होकर भी भटक गई। हम सब एक हो जाएं। एकता का शंखनाद करना पड़ेगा। तभी सिद्धालय में जा सकेंगे। बिना क्रिया के धर्म नहीं है। आत्मा में आत्मा का ध्यान करें, धर्म को जानने का प्रयास करें ताकि अपनी आत्मा का कल्याण कर सकें।
आचार्य श्री जी की आठ द्रव्यों से पूजा बा. ब्र. रीना दीदी ने करवाई। मुनि श्री विश्व हर्ष सागर जी महाराज जी भी मंच पर विराजित थे।
मुनि श्री विजयेश सागर जी महाराज ने कहा कि यह आपका सौभाग्य है कि आपको आचार्य विहर्ष सागर जी महाराज जी का सानिध्य प्राप्त हो रहा है, वे निष्प्रही संत हैं। उनके चेहरे पर हमेशा मुस्कुराहट रहती है। और जहां मुस्कुराहट रहती है वहां कषाय नहीं रहती , यदि इनका ये गुण आप ले लोगे तो आपका घर स्वर्ग हो जाएगा।
दिगंबर जैन समाज सामाजिक संसद के प्रचार प्रमुख सतीश जैन ने बताया कि भगवान महावीर स्वामी के चित्र का अनावरण एवं दीप प्रज्जवलन समाज के अध्यक्ष श्री विमल अजमेरा, कीर्ति पांड्या, सतीश जैन आदि ने किया। पाद प्रक्षालन का सौभाग्य राजेंद्र गंगवाल परिवार को एवं शास्त्र जी भेंट करने का सौभाग्य दिगंबर जैन समाज के अध्यक्ष श्री राजकुमार जी पाटोदी, विकास बढ़जात्या, एवं सी ए मोतीलाल पहाड़िया परिवार को प्राप्त हुआ।
सभा के प्रारंभ में मंगलाचरण श्रीमती सुनीति जैन, रोमी जैन एवं रीना जैन ने किया।
इस अवसर पर समाज श्रेष्ठी , सुरेश लुहाड़िया ,अनिल बड़जात्या,राजेंद्र मोदी, प्रसन्न जैन, गौतम जैन, सहित सैकड़ों समाज जन मौजूद थे।
कल प्रातः 8:30 बजे से प्रवचन यही होंगें। दोपहर 3:30 से सामायिक एवं शाम को 6:15 से गुरु भक्ति होगी।
धर्म सभा का सफल संचालन समाज के मंत्री मयंक पहाड़िया ने किया।
चित्र संलग्न है
सतीश जैन (इला बैंक)
प्रचार प्रमुख