दिगंबर जैन नर्सिंगपुरा समाज पंचायती ट्रस्ट में चुनावी घमासान


इंदौर। दिगंबर जैन नर्सिंगपुरा समाज पंचायती ट्रस्ट में चुनावी घमासान हो रहा है। इसे कहते हैं चौधरी पैनल इतने साल समाज में कार्य करते-करते मंदिर का मोह इन के दिमाग पर इतना सुख का अनुभव दे रहा है कि नई कार्यकारिणी बनाना नहीं चाहते अपने ही समाज के अन्य भाई लोग समाज में कार्य करने मौका नहीं देना चाहते उन्हें कोई स्थान नहीं देना चाहते हैं इन्होंने अपना विकास कर चौधरी बन गए
युवाओं को विकास करना नहीं आता कार्य करना ही नहीं आता है इनका ऐसा सोचना है कि यह लोग मंदिर नहीं संभाल सकते इन्हें मंदिर की चाबियां कैसे दे दे पहले सत्ता के लोगभी नहीं छोड़ना चाहते थे आपको भी वही नशा छा गया सभी युवा साथी समाज के नई सोच के साथ आपका आशीर्वाद लेने आएंगे आप उन्हें अपने समाज में कार्य करने का मौका दें और हम समाज का विकास करेंगे जो कि आज तक समाज की तरफ देखा नहीं नए लोग नई सोच अपडेट का जमाना है हर कार्य ऑनलाइन किया जाएगा धर्मशाला में समाज के लिए नॉमिनल चार्ज पर समाज को सुविधा दी जाएगी उढ़ावने के लिए नॉमिनल चार्ज रखा जाएगा मानभद्र बाबा के चोले में भी संशोधन किया जाएगा चोला चढ़ाने की रसीद में भी ऑनलाइन कर दिया जाएगा इमली बाजार की धर्मशाला को जिन छीन कर कर पटक दी उसे पर कोर्ट मैं केस चल रहा है किराएदार ने लगा रखा है आज तक तारीख पर नहीं जाते हैं एक तरफा फैसला हो जाएगा उसमें भी हम कार्य करेंगे जल्द से जल्द समाज के मेंबरों ने समाज की धर्मशाला बनने पर जो सहयोग दिया था इसीलिए दिया था कि समाज के अपने हर भाई को उसका लाभ मिले इसलिए उन्होंने डोनेशन दिया था ना की कमाने के लिए सभी को मालूम है पर अपेक्षा समाज रखता है मध्य वर्गी के लिए क्या सोचते हो और लॉकडाउन में मध्यम वर्ग ने सब देखा है समाज के सेवक यह जुनून इन युवाओं का इन्हें कोई लालच देकर समाज में चुनाव लड़ने नहीं बुलाया है यह सब अपनी स्वेच्छा से आए हैं पुरानी कार्यकारिणी कहती थी के काम करने कोई नहीं आता बातें सब करते हैं यह कोई पैनल बनाकर आप तक नहीं आए हैं इन्हें समाज का कार्य करना है पैनल है क्या लिमिटेड कंपनी बना रखी क्या इन्होंने समाज को गुमराह करते हैं चार दिन चुनाव में विलंब कर दिया चुनाव अधिकारियों को डेट फाइनल नहीं करने दी और आज करवाई आखिर कितनी मनमानी सब नियम कानून यह लोग पास करते हैं आखिर यह सब कब तक
समाज का शुभचिंतक संजय जैन मैगनस
गंभीरता से विचार करें समाजजन
वरना आने वाली और भावी पीढ़ी कैसे मंदिर जी में काम करेगी और मंदिर जी का काम सीखेगी क्योंकि यह समाज के वर्तमान पदाधिकारी लोग गुट बाजी करके समाज के अन्य को आगे आने देना नहीं चाहते गुटबाजी करके अपना वर्चव जमाए बैठे है विकास किया है तो गिनाने की क्या जरूरत आ पड़ी किया तो समाज को दिखेगा जो आएगा वो भी समाज हित मैं आप सै अच्छा करने की कोशिश करेगा वर्तमान पदाधिकारी ने समाज को पैनल बनाकर एक अच्छा संदेश दिया कि ये लोग समाज मैं गुटबाजी करना चाहते है
समाज के नए सदस्य को साथ लेकर नहीं चलते हैं नाम वापिस लेने कि तारीख निकलने के बाद इन लोगों ने समाज के पूर्व वरिष्ठ पदाधिकारी के साथ मिलकर हम नए नामांकित सदस्य पर दो दिन तक दबाव बनाया उन पर प्रेशर बनाया नाम वापस लेने के लिए ताकि समाज में चुनाव ना हो नए लोग समाज के कर्मठ कार्यकर्ता है समाज के हित क अपना नाम वापस नहीं लिया। और निर्विरोध परिपाठी को बंद करना समाज का जो फैसला हो वह हमें मान्य है कृपया समाजजन बदलाव में नए लोगों का साथ देवे और समाज के हित में अपना योगदान देवे संजय जी आपने समाज के हित में बहुत अच्छा लिखा है दूसरे सदस्य को भी मौका देना चाहिए मैं चुनाव के संदर्भ में कुछ कहना चाहता हूं कृपया समाजजन नवीन कार्यकारिणी के लिए नवीन सदस्यों को मौका देना चाहिए क्योंकि अभी कार्यरत पैनल को भ्रम है कि समाज के नवयुवक मंदिर नहीं संभाल सकते तो इन्हें मंदिर जी की चाबी कैसे सौंप दे पुराने लोग जो मंदिर में एकाधिकार बनकर बैठे थे वही सोच इस पैनल की है कृपया समाजजन एक बार फिर से मैं आपसे निवेदन करता हूं युवा साथी सदस्यों को समाज में कार्य करने का मौका दे समाज में बदलाव बहुत जरूरी है। कृपया अपना अमूल्य वोट परिवर्तित करें ।

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