वैश्विक रुझानों तथा विदेशी निवेशकों की गतिविधियों से तय होगी
नई दिल्ली । इस सप्ताह घरेलू शेयर बाजारों की दिशा आने वाले कम कारोबारी सत्रों वाले सप्ताह में वैश्विक रुझानों तथा विदेशी निवेशकों की गतिविधियों से तय होगी। विश्लेषकों ने यह राय जताई है। विश्लेषकों ने कहा कि गुरुवार को मासिक डेरिवेटिव्स अनुबंधों के निपटान की वजह से भी बाजार में कुछ उतार-चढ़ाव रह सकता है। इस सप्ताह बाजार में सिर्फ तीन कारोबारी सत्र होंगे। शेयर बाजार सोमवार को होली के मौके पर और शुक्रवार को गुड फ्राइडे के अवसर पर बंद रहेंगे। बाजार विशेषज्ञों ने कहा कि छुट्टियों की वजह से इस सप्ताह में कारोबार की मात्रा कम रहेगी। हालांकि, वित्त वर्ष का अंतिम सप्ताह होने तथा वायदा एवं विकल्प खंड में निपटान की वजह से बाजार में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है। वहीं एक अन्य बाजार के जानकार ने कहा कि इस सप्ताह कम कारोबारी सत्रों का है। डेरिवेटिव अनुबंधों के निपटान की वजह से बाजार में कुछ उतार-चढ़ाव रह सकता है। अमेरिका के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के आंकड़े और अन्य प्रमुख आर्थिक आंकड़े बाजार के लिए महत्वपूर्ण रहेंगे। विश्लेषकों ने कहा कि निवेशकों की नजरें वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल के भाव और डॉलर के मुकाबले रुपये के उतार-चढ़ाव पर भी रहेगी। शुक्रवार को अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले रुपया 48 पैसे गिरकर 83.61 प्रति डॉलर के अपने सर्वकालिक निचले स्तर पर बंद हुआ था। इससे पहले 13 दिसंबर, 2023 को रुपया 83.40 प्रति डॉलर के सर्वकालिक निचले स्तर पर बंद हुआ था। बाजार विशेषज्ञ ने कहा कि मुद्रा के स्तर में तेज गिरावट के साथ विदेशी संस्थागत निवेशकों द्वारा शेयरों की बिकवाली यह संकेत दे रही है कि शेयर बाजारों के लिए आगे की राह कठिन हो सकती है। यह सप्ताह छुट्टियों वाला है और हमारा मानना है कि मार्च महीने के डेरिवेटिव अनुबंधों के निपटान की वजह से बाजार में उतार-चढ़ाव रहेगा। इसके अलावा बाजार भागीदार वैश्विक बाजारों के रुख, खासकर अमेरिकी बाजार से भी प्रभावित होंगे।
source – ems