बजाज फाइनेंस का इस साल मुनाफा बढ़कर 28 फीसदी हो गया
बजाज फाइनेंस का इस साल मुनाफा बढ़कर 28 फीसदी हो गया है। मिली जानकारी के अनुसार ऋण देने वाली गैर-बैंक कंपनी बजाज फाइनेंस ने मंगलवार को चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही के नतीजों का ऐलान कर दिया है। हालांकि 30 सितंबर, 2023-24 को समाप्त तिमाही में बजाज फाइनेंस फाइनेंस का मुनाफ उम्मीद से कम रहा। जबकि चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में कंसोलिडेट नेट प्रॉफिट 3,551 करोड़ रुपये पर पंहुच गया।
इस तरह से सालभर में 28 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। हालांकि, खराब ऋण बढ़ने के कारण कंपनी का मुनाफा उम्मीद से मामूली रूप से कम रहा। कंसोलिडेट आंकड़ों में ऋणदाता की सहायक कंपनियों, बजाज हाउसिंग फाइनेंस और बजाज फाइनेंशियल सिक्योरिटीज के कारोबार भी शामिल हैं। इसके अलावा सितंबर तिमाही में ऋण घाटा और प्रावधान सालाना आधार पर लगभग 47 प्रतिशत बढ़कर 10.77 अरब रुपये हो गया, जो एक साल पहले 7.34 अरब रुपये था। वहीं, अप्रैल-जून तिमाही में यह 9.95 अरब रुपये था।
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आरबीआई ने उभरते तनाव के संकेतों के लिए तेजी से पर्सनल फाइनेंस ऋण श्रेणियों के बारे में ऋण देने वाली कंपनियों और बैंकों को आगाह किया है। साथ ही रिजर्व बैंक ने उनसे मजबूत जोखिम प्रबंधन प्रथाओं को अपनाने का आग्रह किया है।
कंपनी का ग्रॉस नॉन-परफार्मिंग एसेट रेश्यो सितंबर के अंत में घटकर 0.91 प्रतिशत हो गया, जो कि जून के अंत में 0.87 प्रतिशत था। आरबीआई द्वारा लगातार चौथी नीति बैठक में अपनी प्रमुख उधार दर स्थिर रखने के बावजूद तिमाही के दौरान ऋण की मांग मजबूत रही है। गौरतलब है कि केंद्रीय बैंक ने मई 2022 से ब्याज दरों में 250 आधार अंकों या 2.5 प्रतिशत का इजाफा किया है। बजाज फाइनेंस ने एक अपडेट में बताया कि इस तिमाही में उसकी नई ऋण बुकिंग सालाना आधार पर 26 प्रतिशत बढ़ गई, जबकि जमा बुक में 39 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई। कंपनी ने बीती तिमाही के दौरान 35.8 लाख नए ग्राहक जोड़े।
source – ems