प्रेस्टीज पब्लिक स्कूल में भी लगी पुलिस की पाठशाला

इंदौर शहर में सुगम, सुरक्षित व सुखद यातायात हेतु वरिष्ठ अधिकारियों के दिशा निर्देशन में इंदौर यातायात प्रबंधन पुलिस द्वारा सड़को पर यातायात प्रबंधन एवं व्यवस्था का कार्य लगातार किया जा रहा है, साथ ही लोगों में यातायात नियमों के प्रति जनजागृति लाने के लिए, समय समय पर विभिन्न जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जा रहा है।
जिसके तारतम्य में पुलिस उपायुक्त, यातायात प्रबंधन इंदौर श्री अरविंद तिवारी के मार्गदर्शन में यातायात प्रबंधन पुलिस की एजुकेशन विंग द्वारा निरंतर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया जा रहे हैं। जिसमें वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा स्कूल, कॉलेज, संस्थाओं के स्टूडेंटस आदि को यातायात नियमो के प्रति जागरूक किया जा रहा है।
बच्चों को बताया, यातायात एवं सड़क सुरक्षा नियमो का महत्व
इसी कड़ी में आज दिनांक 26 अप्रैल 2024 को प्रेस्टीज पब्लिक स्कूल में एक यातायात जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमे अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त श्री सुशील कुमार तिवारी, सहायक पुलिस आयुक्त श्री मनोज कुमार खत्री व टीम द्वारा, प्रिंसिपल श्रीमती ममता शेखावत, प्रबंधक श्री विपिन जैन की उपस्थिति में स्टूडेंट्स को सड़क पर सुरक्षित यातायात हेतु नियमों के प्रति जागरूक किया।

एसीपी श्री मनोज कुमार खत्री द्वारा यातायात व्यवस्था से जुड़े विभिन्न विषयों को प्रेजेंटेशन के माध्यम से समझाया गया। उन्होंने ट्रैफिक संकेत बोर्ड, ट्रैफिक सिग्नल, रोड मार्किंग, सड़क दुर्घटनाओं के आंकड़े, वाहन चलाते समय रखी जाने वाली सावधानियां, वाहन चालकों द्वारा की जाने वाली गलतियों के बारे में जानकारी दी, सफर के दौरान लेन अनुशासन, आदर्श चौराहा, इंजीनियरिंग, एनफोर्समेंट, एजुकेशन का महत्व बताया। इस दौरान उन्होंने छात्र-छात्राओं से यातायात विषय पर सवाल- जवाब किये।
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विजयनगर में भी लगी, इंदौर ट्रैफिक पुलिस की यातायात नियमों की पाठशाला
अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त श्री सुशील तिवारी ने छात्र छात्राओं को बताया कि यातायात के छोटे-छोटे नियम बड़ी-बड़ी दुर्घटनाओं को टाल सकते हैं इसके लिए जरूरी है कि हम नियमों का पालन करें। भारत देश में हर साल डेढ़ लाख लोगों की मौत सड़क हादसों में होती है, स्वयं की अथवा अन्य वाहन चालक की गलती से यह दुर्घटना होती है। सड़क दुर्घटना का सबसे बड़ा कारण तेज गति एवं लापरवाही पूर्वक वाहन चलाना है।
छात्र-छात्राओं को बताया कि नाबालिक बच्चे जो यातायात नियमों से अनभिज्ञ होते हैं उन्हें पैरेंट्स वाहन चलाने के लिए नही दे और ना ही बच्चे वाहन चलाये क्योकि यह कानूनन अपराध तो है ही साथ ही यह गंभीर दुर्घटना का कारण बन सकता है और आजीवन पैरेंट्स को अपनी गलती के लिए पछतावा करना पड़ता है। सभी स्टूडेंट्स ने बड़ी ही उत्सुकता के साथ यातायात के नियमो को ना सिर्फ जाना बल्कि अपने साथियो, पैरेंट्स को भी प्रेरित करने का वादा किया।
इस दौरान सड़क सुरक्षा से जुड़े प्रश्नों के उत्तर देकर जिज्ञासाओं को दूर किया। विद्यार्थियों को प्रेरित किया कि वे अपने व दूसरों की जीवन की सुरक्षा के प्रति जागरूक एवं जिम्मेदार बने, चालान के डर से नही, बल्कि सुरक्षा के लिए नियमो का पालन करें ।
कृपया जिम्मेदार नागरिक बनें, यातायात नियमो का पालन करें, सावधानी से वाहन चलायें, स्वयं सुरक्षित रहे व दूसरो को भी सुरक्षित रखें।।
source – indorepolicepro