NOTA in Indore अलोकतांत्रिक ताकतों के मुंह पर करारा तमाचा होगा : मुकेश नायक

NOTA in Indore will be a slap on the face of anti-democratic forces: Mukesh Nayak
NOTA in Indore will be a slap on the face of anti-democratic forces: Mukesh Nayak

इंदौर। राष्ट्रीय पार्टी के उम्मीदवार को आखिरी समय में षड्यंत्रपूर्वक चुनाव से हटाना घटियावाद की राजनीति का निर्लज्ज चेहरा, धोखा और जनतंत्र के महत्व को कम करने वाला है। इंदौर के संदर्भ में नोटा को वोट नकारात्मक नहीं बल्कि राजनीति में स्वच्छता के लिए अलोकतांत्रिक ताकतों के मुंह पर करारा तमाचा होगा। नोटा का प्रावधान किया ही ऐसे अलोकतांत्रिक कदमों को रोकने के लिए किया गया था। NOTA in Indore

यह बात स्टेट प्रेस क्लब, मध्यप्रदेश द्वारा आयोजित रूबरू कार्यक्रम में पूर्व मंत्री एवं मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मीडिया विभाग के अध्यक्ष श्री मुकेश नायक के कहीं। उन्होंने कहा कि स्वच्छता में नंबर वन इंदौर को सामाजिक एवं राजनीतिक शुचिता और स्वच्छता के लिए अपना वोट देना चाहिए।

काफी खुलेपन एवं ईमानदारी से पत्रकारों से चर्चा करते हुए श्री नायक ने कहा कि विगत तीन दशकों में कांग्रेस मध्यप्रदेश में क्रमशः कमजोर हुई, लेकिन अब पुनर्निर्माण के दौर में है। सत्ता के लोभ में कांग्रेस से जुड़े कई खरपतवार जैसे नेता अब कांग्रेस छोड़कर भाजपा में जा चुके हैं तथा भाजपा के नेता ही उन्हें गीला कचरा, सूखा कचरा से लेकर मेडिकल वेस्ट जैसी संज्ञाएं दे रहे हैं। इसी क्रम में उन्होंने श्री सुरेश पचौरी को आधारहीन अचंभा कहा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस छोड़कर भाजपा में गए नेताओं का दूसरे घर में सम्मान नहीं है।
राष्ट्रीय परिदृश्य पर श्री मुकेश नायक के कहा कि पिछले दशकों में देश की राजनीति और मीडिया से देश के असली मुद्दे भूख, गरीबी, बेरोजगारी से जुड़े मुद्दे गायब कर दिए गए हैं। धर्मांधता को बढ़ावा देकर राजनीतिक दोहन किया जा रहा है।

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देश के भावना प्रधान होने का लाभ लेकर अल्प संख्यकों के प्रति भय पैदाकर देशवासियों को ऐसे भड़काया जा रहा है जिससे वे भूखे रहकर भी काल्पनिक छद्म युद्ध में लगे रहें। देश के प्रधानमंत्री लगातार साफ झूठ बोलते हुए मंगलसूत्र छीनने, देश के संसाधन मुसलमानों को देने, विरासत आदि को मुद्दा बनाने में लगे हैं, जिनमें से एक भी बात कांग्रेस के घोषणापत्र में है ही नहीं। इस प्रयास में भाजपा ने अपनी अभिप्राय संपदा को खोया है और अर्थ का अनर्थ कर देशवासियों को बरगलाने की कोशिश की है। इसका उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि श्री राहुल गांधी की छबि खराब करने के हजारों करोड़ रुपए खर्च कर पार्टी के सामूहिक प्रयास का दूसरा उदाहरण विश्व राजनीति में कहीं नहीं मिलेगा। NOTA in Indore

मीडिया के सेठों और उद्योग घरानों के हाथ में सिमट जाना इसका बड़ा कारण है। रामकथा और आध्यात्म के क्षेत्र से पुनः राजनीति में आने के सवाल पर उन्होंने कहा कि धर्म और राजनीति उनके लिए अलग अलग नहीं हैं। पूरी ईमानदारी से वैचारिक निष्ठा के साथ देश की बेहतरी के लिए की गई राजनीति भी धर्म का पालन है। मुख्यमंत्री श्री मोहन यादव के विषय में उन्होंने कहा कि उन्हें अभी साबित करना है कि वे सीएम मटेरियल हैं।

अभी तो स्थिरता के अभाव में वे जल भ्रमर की स्थिति में हैं और अपने हाथ पर चिकोटी काटकर यकीन करने की कोशिश कर रहे हैं कि वास्तव में सीएम बन चुके हैं। श्री नायक ने ईमानदारी से स्वीकारा कि भाजपा में जहां पार्टी चुनाव लड़ती है, कांग्रेस में उम्मीदवार को ही लड़ना पड़ता है। उन्होंने यह भी स्वीकारा कि कांग्रेस को गुटबंदी के कारण बड़ा नुकसान होता है। उन्होंने कहा कि पार्टी पुनर्निर्माण के दौर के बाद गुटबाजी से उबरकर कांग्रेस इस स्थिति में आयेगी जब उम्मीदवार नहीं बल्कि पूरी पार्टी संगठित होकर चुनाव लडेगी।

इस अवसर पर प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ताद्वय श्री रवि सक्सेना, श्री के के मिश्रा, श्री राजेश चौकसे, श्री गिरधर नागर, श्री अमित चौरसिया भी उपस्थित थे। अतिथियों का स्वागत स्टेट प्रेस क्लब, मध्यप्रदेश के अध्यक्ष श्री प्रवीण कुमार खारीवाल, वरिष्ठ महासचिव श्री नवनीत शुक्ला, सुश्री मीना राणा शाह ने किया। कार्यक्रम का प्रभावी संचालन कर वरिष्ठ पत्रकार एवं संस्कृति कर्मी श्री आलोक बाजपेयी ने अपनी छाप छोड़ी। क्लब के प्रकाशन वरिष्ठ पत्रकार श्री गौरव चतुर्वेदी एवं श्री समीर पाठक ने भेंट किए। स्मृति चिन्ह श्री गौरव चतुर्वेदी एवं श्री बंसी लालवानी ने भेंट किया। अंत में आभार प्रदर्शन श्री प्रवीण कुमार खारीवाल ने किया।

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