शराब का गोरखधंधा, आबकारी टीम ने गिरोह को दबोचा

Liquor racket bhopal
Liquor racket bhopal

भोपाल आबकारी विभाग की टीम ने एक ऐसे गिरोह को दबोचा है, जो सस्ती शराब शातिराना तरीके से महंगी कीमत की शराब वाली ब्रांडेड बॉटलो में भरकर बेचने का गोरखधंधा करता था। पुलिस ने चार 4 आरोपीयों को गिरफ्तार करते हुए उनके कब्जे से अभी तक 2 लाख 75हज़ार रुपए की शराब सहित एक कार जप्त की है।

सहायक आबकारी आयुक्त भोपाल दीपम रायचुरा ने गिरोह का राजफाश करते हुए बताया की आबकारी टीम ने मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर बुधवार को एमपी नगर इलाके में घेराबंदी करते हुए चेतक ब्रिज से सफेद रंग की एक्टिवा पर अंग्रेजी शराब की तस्करी करते हुए रितिक चौधरी पिता रमेश चौधरी,निवासी,बिजली कालोनी,गोविन्दपुरा को पकड़ते हुए उसके कब्जे से 20 हजार कीमत की 12 बॉटल अग्रेंजी शराब सहित एक्टिवा जप्त की थी। Liquor racket bhopal

रितिक के खिलाफ आबकारी एक्ट का मामला कायम कर गिरफ्तार करते हुए उससे आगे की पूछताछ की गई। उससे की गई पूछताछ में सस्ती शराब को ब्रांडेड बोतलों में भरकर बेचने वाले गिरोह का खुलासा हुआ। गिरफ्तार आरोपी से मिली जानकारी के आधार टीम ने न्यू सुभाष नगर विश्रामघाट रोड़ पर घेराबंदी करते हुए आई- 20 कार नबंर एमपी- 04ईबी-4109 को पकड़ा।

Also Read – मंत्री प्रह्लाद पटेल की PRO ने किया सुसाइड

उसकी तलाशी लेने पर कार की डिग्गी से 4 बोरियों ओर एक बेग में रखी हुई महगें विदेशी ब्रांड ग्लेनलिवि,इंद्री,गोल्ड लेबल,ग्लेनलिविट,कैरेबियनरिजर्व, 8 पी.एम की 108 बॉटले बरामद हुई। जप्त की गई 80 लीटर शराब की कीमत 2 लाख 75 हजार रुपये है। कार में सवार आरोपियो की पहचान गजेन्द्र सिंह गुर्जर पिता तिलक सिंह,आर्यन मीणा पिता पर्वत सिंह मीणा और प्रशांत सिंह पिता दरपान सिंह के रुप में हुई। Liquor racket bhopal

पुलिस ने शराब, पॉच लाख की आई-20 कार सहित तीन मोबाइल जप्त करते हुए सभी के खिलाफ आबकारी एक्ट के तहत प्रकरण दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया गया। पकड़े गये आरोपियों में शामिल गजेन्द्र सिंह गुर्जर पुराना शराब तस्कर है, और पहले भी पुलिस पकड़ में आ चुका है। आगे की जॉच में सामने आया कि जप्त की गई शराब की बॉटले तो मंहगी विदेशी शराब के ब्रांड की है, लेकिन उनमें सस्ती शराब भरी हुई है। पूछताछ में गिरोह ने बताया कि वह कबाड़ियों से महंगी शराब की ब्रांडेड कंपनी की बोतले खरीदकर उन में सस्ती शराब भरकर सस्ते दामों में बेच रहे थे। सहायक आबकारी आयुक्त भोपाल दीपम रायचुरा ने आगे बताया कि गिरोह के गोरखधंधे के कारण लाइसेंसी दुकानों को काफी नुकसान हो रहा था। Liquor racket bhopal

ऐसी शिकायतें मिलने पर एक्ससाइज डिपार्टमेंट ने मुखबिर तंत्र को सक्रिय किया और फिर जाल बिछाकर गिरोह को पकड़ लिया गया। आरोपीयों से पुछताछ में और बड़े खुलासे होने की संभावना जताई जा रही है। दीपम रायचुरा ने शराब खरीरने वाले ग्राहको को आगाह करते हुए कहा है की वह शराब की खरीदी शासन द्वारा स्वीकृत कम्पोजिट मदिरा दुकानों से ही करें। इसके साथ ही उन्होनें कहा की शराब खरीदते समय बोतलों पर लगे होलोग्राम पर लिखा क्यू.आर.कोड स्केन कर उसकी जॉच भी कर सकते है। इस क्यू.आर.कोड को स्केन करने से शराब बनाने वाली कंपन,ब्रांड का नाम,कीमत,बैच नबंर सहित उसके तैयार करने की तिथि सहित अन्य जानकारियां मिल जाती है।

source – ems

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button