समाज को जरुरत है अपनो को अपनाने की

इन्दौर,
परम पूज्य संत शिरोमणि आचार्य भगवन् श्री विद्यासागर जी महाराज जी आचार्य श्री समय सागर जी महाराज जी के परम शिष्य पूज्य मुनि श्री विनम्र सागर जी महाराज जी ससंघ श्री शांतिनाथ दि जैन त्रिमूर्ति मंदिर कालानीनगर मे धर्मसभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि सबसे पहले जरुरत है जैन समाज मे अपनो को अपनाने कि दूसरों को अपनाने के लिये तो बहुत स्मार्ट है हम, कोई पड़ोसी बोले भाई साहब ऐसा करना है हम तैयार हो जाते है हाओ भैया क्योंकि हमे उम्मीद रहती है कि आज हमने दिया है कल ये हम को देगा तो हमारे घर का दिया जलेगा लेकिन हम ये छोटे छोटे व्यवहार भूल गये।धीरे धीरे समाज के लोगो को भी अपडेट करो मोबाइल को तो रोज अपडेट करते है जैसे हि कोई नया मेसेज आता है तो व्यक्ति वाईफाई का कनेक्शन खोजने लग जाता है कि मोबाइल अपडेट करले लेकिन समाज के व्यक्ति को भी अपडेट करना सिखिये आप की जवाबदारी बनती हे
इस चातुर्मास मे खोजूगा दानदाता को तो खोजता हू लेकिन दानदाता के बीच कौन ऐसा विपत्ति का मारा है जो मेरे भगवान का भक्त है संसार का भिखारी है,पारसनाथ के पुजारी कभी भिखारी नही रहे पहले के समय में कभी कोई आता था बोलता था भाईया, दादा,काका पैसा नही है दादाजी कहते थे जे ले रखले हमारा आशीर्वाद है
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ऐसा कभी आपने अपने समाज के बीच मे इस तरह के सहयोग की वत्सल की प्रभावना की कोशिश करि के नही करी अगर इस चातुर्मास मे अभी भी चेतना काम करे अपने भाई बंधू को सुदृढ़ करने के लिए हर मंदिर मे जीव दया सर्वोदय के नाम से एक गुल्लक होनी चाहिये और नियम होना चाहिये कि हमारी अनुकुलता होगी हम उस गुल्लक मे पैसा डालेंगे साधर्मी बंधू पर कोई विप्दा आने पर उस परिवार को संतुष्ट कर दे
पूज्य मुनि श्री विनम्र सागर जी महाराज जी ने आचार्य भगवन् कि स्वर्णिम योजना पर प्रकाश डालते हुए
दयोदय परिसर रेवती रेंज में निर्माणाधीन चतुर्मुखी सर्वतोभदर् जिनालय कि रुप रेखा पर मंगल देशना हम सभी को सुनने मिली प्रदीप बल्ला सुधीर जैन ने बताया कि इस अवसर पर दीप प्रज्वलन भाई सचिन उद्योग पति, सतीश डबडेरा, भरतेश बड कुल, विमल बढजात्या, अशोक गंगवाल, विपन गंगवाल, मोशम साह, रुपेश बढजात्या, अनिल रावत, सुधीर जैन भव्य, दिनेश जैन, प्रवीण जैन , प्रमोद जैन, धर्मेन्द्र जैन, अमित जैन, अजय रावका ने किया आचार्य भगवन् कि पूजन कालानीनगर महिला मंडल, छत्रपति नगर समाज,गुप्ती सदन समाज,दयोदय सेवक,पाठशाला परिवार के सभी सदस्यों द्बारा अर्घ्य समर्पित कर की गई
source – sudhir jain