‎जिन लोगों को को‎विड हो चुका है, उन्हें सडन कार्डिएक अरेस्ट का खतरा हो सकता है, इस‎लिए वे दो साल तक सावधानी बरतें

ज्यादा दौड़ने तथा हैवी एक्सरसाइज से दूर रहें

People who have had Covid may be at risk of sudden cardiac arrest, so they should be careful for two years.
People who have had Covid may be at risk of sudden cardiac arrest, so they should be careful for two years.

जिन लोगों को को‎विड हो चुका है, उन्हें सडन कार्डिएक अरेस्ट का खतरा हो सकता है, इस‎लिए वे दो साल तक सावधानी बरतें और ज्यादा दौड़ने तथा हैवी एक्सरसाइज से दूर रहें। यह सलाह आईसीएमआर की एक स्टडी में दी गई है। ‎रिपोर्ट में कहा है ‎कि ट्रेडमिल पर दौड़ते, गरबा या शादी में डांस करते, मैराथन में दौड़ते वक्त सडन कार्डिएक अरेस्ट के केस सामने आ रहे हैं। इस पर आईसीएमआर ने एक स्टडी की है और देश के स्वास्थ्य मंत्री ने इसी स्टडी का हवाला देते हुए कहा कि जो लोग कोविड से गंभीर रूप से पीड़ित रह चुके हैं, उन्हें एक-दो साल तक ज्यादा दौड़ने और हैवी एक्सरसाइज से दूर रहना चाहिए।

हालां‎कि मंत्री की सलाह को कार्डियोलॉजिस्ट भी सही ठहरा रहे हैं। डॉक्टर का कहना है कि पोस्ट कोविड लोगों में 10 से 20 फीसदी तक कार्डिएक अरेस्ट के मामले देखे जा रहे हैं, ऐसे लोगों को ज्यादा डांस, एक्सरसाइज, रनिंग या मैराथन से बचना चाहिए, इन्हें ज्यादा खतरा है। एम्स के कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. राकेश यादव ने कहा कि कोविड से संक्रमित रहे लोगों में कार्डिएक अरेस्ट के मामले बढ़े हैं। कुछ स्टडी में ऐसे लोगों की संख्या 10 से 20 पर्सेंट पाई गई है तो कुछ में इससे भी ज्यादा खतरा बताया गया है।

वहीं मैक्स हॉस्पिटल के कार्डियोलॉजिस्ट डॉक्टर विवेका कुमार ने कहा कि पहले भी संभावना जताई जा रही थी और ऐसा देखा भी जा रहा था कि जिन लोगों को सीवियर कोविड हुआ है, यानी जो लोग इलाज के दौरान ऑक्सिजन सपोर्ट पर रहे हैं। य‎दि कोई मॉडरेट टु सीवियर कैटिगरी में संक्रमित थे तो ऐसे लोगों को कार्डिएक अरेस्ट का खतरा ज्यादा है। डॉ. राकेश यादव ने कहा कि अगर आप पहले से एक्सरसाइज नहीं करते रहे हैं तो अचानक हैवी एक्सरसाइज नहीं करें। गरबा जैसा डांस हैवी एक्सरसाइज में आता है। तीन से चार घंटे तक डांस करते रहना आसान नहीं है। जो लोग कभी जिम नहीं गए, डांस नहीं किए हैं, रनिंग नहीं किए हैं, मैराथन में शामिल नहीं हुए हैं, वो लोग बिना डॉक्टर की सलाह के इनमें शामिल नहीं हों। उन्होंने कहा कि जिन्हें कोविड की दूसरी लहर में सीवियर इंफेक्शन हुआ था, ऐसे लोगों में खतरा ज्यादा है।

उन्होंने कहा कि कोविड संक्रमण की वजह से कुछ लोगों को मायोकार्डिटिस हो गया। यह वायरस के संक्रमण की वजह से होता है। इसमें हार्ट की मांसपेशी यानी मायोकार्डियम में सूजन आ जाती है। इससे हार्ट कमजोर हो जाता है। दूसरा इफेक्ट संक्रमण की वजह से ऑटोनोमस डिसफंक्शन हो जाता है। इसकी वजह से हार्ट बीट कंट्रोल में नहीं रहने का खतरा रहता है। तीसरी वजह ब्लॉकेज की टेंडेंसी बढ़ा देती है। कोविड का संक्रमण हार्ट को डैमेज करता है, जिसकी वजह से सडन कार्डिएक अरेस्ट का खतरा बढ़ जाता है।

Source – EMS

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