जिसकी आत्मा का दीपक जल गया हो उसको बाहर के दीपक जलाने की जरूरत नहीं- आ. विहर्ष सागर जी महाराज
इंदौर। मोदी जी की नसिया , इंदौर में चातुर्मास कर रहे आचार्य श्री विहर्ष सागर जी महाराज ने अपने प्रवचन में कहा कि हम पुण्यशाली हैं , हमें अपनी आत्मा के कल्याण के लिए वाणी सुनने की प्यास तो जागृत हुई ।प्यास जागृत हो तो प्यास बुझने के चांसेस रहते हैं। इस हेतु अथक प्रयास ही तो हमें एक दिन भगवान बनाएगा । अभिषेक- शांति धारा करने से कोई भगवान नहीं बना, यह भगवान बनने से पहले की क्रिया है, और कर्तव्य भी है।
आचार्य श्री ने कहा कि मोक्ष के लिए हीरे ,मोती, सोना – चांदी नहीं चाहिए, इसके लिए परिणामों , भावों विचारों और भावनाओं की शुद्धि चाहिए। इसके लिए तीर्थ जाना भी जरूरी नहीं है यह सब कुछ हम यहीं कर सकते हैं । भगवान की मूर्ति के पीछे तो पड़े हुए हो, पर वे भगवान कैसे बने, इस तरफ आपका ध्यान ही नहीं जा रहा। गुरु के किए गए कार्यों को न अपनाया तो मुनि बनने का क्या फायदा ? क्रियाओं को धर्म कहा है, देखना, चलना, बोलना ये सब क्रियाएं हैं। भगवान महावीर स्वामी ने कहा कि तुम अपने आप को देखो। देखने , सुनने, बोलने आदि क्रियाओं से आपका चरित्र झलक जाता है। इस प्रकार देखो, सुनो, क्रियाएं करो कि कर्म का बंध ना हो। अपने आप को संकुचित कर लोगे तो आपकी कीमत बढ़ जाएगी। इस घर से उस घर भागते-भागते अनंत भव निकल गए पर हम आज तक अपने घर में नहीं आ पाए। एक त्यौहार ऐसा मान लो कि हम बाहर नहीं जाएंगे और अंदर अपनी आत्मा में आ जाओ। जिनका लक्ष्य अपने अंदर आने का है उन्हें दीपक जलाने की जरूरत भी नहीं। जिसकी आत्मा का दीपक जल गया हो, उसको बाहर के दीपक की जरूरत नहीं । अपनी आत्मा को प्रकाशित करो। आपका अधर तो मुस्कुराता हैं, किंतु दिल रोता है। क्या लेकर आए थे और क्या लेकर जाओगे ?
आचार्य श्री ने कहा कि मांगने में शर्म लगती है, तो फिर क्यों मांगते हो। आपने कहा कि भगवान आप तो मुझे आशीर्वाद दो। मैंने 29 सालों में अपने गुरु से भी कुछ नहीं मांगा, उनसे भी कहता हूं कि जो कुछ भी है, वह आपका ही है । आपके आशीर्वाद से समाधि भी करूंगा और मोक्ष चला जाऊंगा।
मुनि श्री विजयेश सागर जी महाराज ने कहा कि दीपावली कैसे मनाए, कई भ्रांतियां हैं। हम भगवान महावीर स्वामी के अनुयाई हैं, हमें मोक्ष रूपी लक्ष्मी चाहिए , बहुत पुण्य कमाने पर यह हमें प्राप्त होगी।
आचार्य श्री जी की पूजा मुनि श्री विश्व हर्ष सागर जी महाराज और बा. ब्र. नीतू दीदी ने करवाई।
समाज के प्रचार प्रमुख श्री सतीश जैन ने बताया कि आज जनहित पार्टी क्षेत्र क्रमांक 1 के निर्दलीय उम्मीदवार श्री अभय जैन, साथियों सहित आचार्य श्री का आशीर्वाद लेने पधारे। अब प्रतिदिन सुबह 8:45 बजे आचार्य श्री जी के प्रवचन लगातार होंगे।
इस अवसर पर समाज श्रेष्ठी श्री राजकुमार कुमार पटोदी, मुकेश पटोदी, सतीश जैन, कमल काला, देवेंद्र जैन ‘ हीरू ‘ सहित सैकड़ों समाज जन मौजूद थे।
– सतीश जैन