भगवान महावीर निर्वाण कल्याणक पर जैन मन्दिर मे सोमवार को लाडू चढ़ाये जायेंगे
जैन धर्म के 24 में तीर्थंकर भगवान महावीर स्वामी का निर्वाण – उत्सव दिवस प्रतिवर्ष दीपावली के दिन मनाया जाता है हर साल जहां कार्तिक कृष्ण अमावस्या के दिन हिंदू धर्मालंबी दीपावली पर्व मनाते हैं वहीं जैन धर्म में भगवान महावीर स्वामी का निर्वाण दिवस मनाया जाता है तिथिदर्पण के मत मतांतर के चलते अमावस्या तिथि में बदलाव के कारण यह अगले दिन अर्थात सोमवार को मनाया जाएगा
भगवान महावीर का जन्म 27 मार्च 598 ईसा पूर्व अर्थात 2610 वर्ष पहले हुआ था और 72 वर्ष की अवस्था में पावापुरी बिहार में कार्तिक कृष्ण अमावस के ही दिन स्वाति नक्षत्र में केवल ज्ञान प्राप्त करके निर्वाण प्राप्त किया था
भगवान महावीर का दिव्य संदेश जियो और जीने दो को जन-जन तक पहुंचाने के लिए प्रतिवर्ष कार्तिककृष्ण अमावस को जिनालयों, कार्यालय एवं घरों को दीपों से सजाया जाता है भगवान महावीर से आशीर्वाद प्राप्ति हेतु लड्डुओं का नैवेद्य अर्पित किया जाता है इसे ही निर्वाण लाडू कहा जाता है ,
ज्योतिषाचार्य एम के जैन प्रचार प्रभारी एवं मंत्री देवेंद्र सेठी ने बताया कि दीपावली के अवसर पर सोमवार 13 नवंबर को श्री संयोगितागंज दिगंबर जैन पंचायती मंदिर में प्रातः 8:30 बजे एवं श्री अनंतनाथ जिनालय छावनी में प्रातः 9:00 बजे निर्वाण लाडू अर्पित किए जाएंगे,तत्पश्चात मंदिर प्रांगण में समाज जन एक दूसरे को बधाई देकर दीपावली का पर्व धूमधाम से मनाएंगे