पीएम मोदी तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली में भारतीदासन यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में शामिल हुए

पीएम मोदी मंगलवार से दो दिवसीय दक्षिण दौरे पर तिरुचिरापल्ली पहुंचे हैं। दौरे के तहत पीएम मोदी तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली में भारतीदासन यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में शामिल हुए। साथ ही वे तिरुचिरापल्ली एयरपोर्ट के नए टर्मिनल का उद्घाटन भी करने वाले हैं।
इसके पहले एयरपोर्ट पर तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन और राज्यपाल आरएन रवि ने पीएम मोदी का स्वागत किया। इस मौके तमिलनाडु भाजपा के कई बड़े नेता भी मौजूद रहे। दीक्षांत समारोह में पीएम मोदी ने कहा ‘भारतीदासन विश्वविद्यालय का यह 38वां दीक्षांत समारोह मेरे लिए विशेष है। 2024 में यह मेरी पहली सार्वजनिक बातचीत है, और मैं भारत के युवा लोगों के बीच तमिलनाडु के इस खूबसूरत राज्य में आकर खुश हूं। मुझे इस बात की भी खुशी है कि मैं पहला प्रधानमंत्री हूं जिसे यहां दीक्षांत समारोह में आने का सौभाग्य मिला है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा 1982 में, कई मौजूदा प्रतिष्ठित कॉलेजों को भारतीदासन विश्वविद्यालय के अंतर्गत लाया गया। इसकी शुरुआत एक मजबूत और परिपक्व नींव पर हुई, जिसने इस विश्वविद्यालय को मानवता, भाषा और विज्ञान जैसे कई क्षेत्रों में महत्वपूर्ण बना दिया है। हमारा राष्ट्र और सभ्यता सदैव ज्ञान पर केन्द्रित रही है। हमारे प्राचीन विश्वविद्यालय जैसे नालंदा और तक्षशिला प्रसिद्ध हैं। इस तरह, अन्य स्थानों के भी संदर्भ हैं, कांचीपुरम में महान विश्वविद्यालय थे, और गंगईकोंडा चोलपुरम और मदुरै भी शिक्षा के महान केंद्र थे। यहां दुनिया भर से छात्र आते थे।
उन्होंने कहा कि, जब हमारे विश्वविद्यालय जीवंत थे, तब हमारा राष्ट्र और सभ्यता भी जीवंत थी! जब हमारे देश पर हमला हुआ तब तुरंत हमारी शिक्षा व्यवस्था को निशाना बनाया गया। 20वीं सदी की शुरुआत में, महात्मा गांधी, मदन मोहन मालवीय और सर अन्नामलाई चेट्टियार जैसे लोगों ने विश्वविद्यालय शुरू किए। स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान ये ज्ञान और राष्ट्रवाद के केंद्र थे।
पीएम मोदी ने कहा कि भारत के युवा पहले से ही इतिहास रच रहे हैं। हमारे युवा वैज्ञानिकों ने हमारे लिए कोविड-19 के दौरान दुनिया को दवाइयां देना संभव बनाया और दूसरे क्षेत्र में चंद्रयान की चंद्रमा पर लैंडिंग को संभव बनाया। हमारे इनोवेशन ने पेटेंट की संख्या 2014 में 4000 से बढ़ाकर अब लगभग 50,000 कर दी है। हमारे संगीतकार और कलाकार देश के लिए अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार ला रहे हैं। हमारे एथलीटों ने एशियाई खेलों और पैरालंपिक जैसे विभिन्न टूर्नामेंटों में भारत के लिए पदक लाए।

Source – EMS

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