आचार्य श्री जी के स्वास्थ्य के संदर्भ में धैर्य और विवेक से काम लें


राजेश जैन दद्दू
इस युग के चलते फिरते भगवान महामहिम आचार्य श्री गुरुदेव श्री विद्यासागर जी महाराज वर्तमान में चंद्रगिरी डोंगरगढ़ में विराजमान है। गुरुदेव इस उम्र में भी पूर्णतः निर्दोष चर्या और अपनी साधना में रत है।
हमारे महामहिम गुरुदेव महासाधु है और साधनामय जीवन बिताते हुए उनकी आत्म विशुद्ध निरंतर उन्नति को प्राप्त हो रही है उम्र के इस पड़ाव में , और मौसम के कारण शरीर थोड़ा शिथिल होता ही है, वह प्रतिदिन पड़गाहन के लिए बाहर श्रावकों मध्य आते है प्रतिदिन विडियो के माध्यम से आप गुरु जी के दर्शन कर सकते है।
हर एक भक्त और शिष्य की भावना रहती है कि हमारे भगवान महामहिम गुरुदेव स्वास्थ्य रहें और ये भावना हम सभी की होनी ही चाहिए , राजेश जैन दद्दू ने बताया कि वैसे गुरु देव स्वास्थ्य है परन्तु आप उनकी साधना में निरंतर सहयोगी बने और उनका लाभ हम सभी श्रावकों को मिले इसके लिए प्रतिदिन भावना भाएं
पूर्णायु हो दीर्घुयु हो आप चिरायु हो…
चाहे तो प्रतिदिन आप गुरु देव के स्वास्थ्य के लिए माला भी फेर सकते है अपने अपने ग्रह नगरों के मंदिरों में नित्य शांतिधारा में नाम उच्चारित कर उनके दीर्घायु होने की मंगल कामनाएं करें।
पर अधीर ना हो और न आसपास विराजमान साधु संतो को अधीर करें ,धैर्य और विवेक से काम लें
आपका अधीरपन और विवेकहीन हो जाना कुछ तथा कथित लोगों को व्यर्थ का गल्पवाद करने को मजबूर करता है और व्यर्थ की पोस्ट डालने को इसलिए समझदारी से काम लें
पुनः निवेदन है अपने ईश्वर अपने आस्था के देवता भगवन महामहिम गुरुवर श्री विद्यासागर जी महाराज का स्वास्थ्य व्यवस्थित है। आप अपनी भक्ति अनुकूल जो भी गुरु समर्पण में करना चाहे वह जीवन भर करते रहें।
नमोस्तु शासन जयवंत हो

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