गो विज्ञान अनुसंधान वैज्ञानिक संगोष्ठी में गो सेवा व पंचगव्य अनुसंधान अनेक रोगों में लाभकारी सिद्ध

वेद लक्षणा गो श्रद्धा महामहोत्सव में 7 दिवसीय गो विज्ञान संगोष्ठी के अन्तर्गत आज अंतिम 7 वें दिन लालबाग़ में
गो वैज्ञानिक,अनुसंधान, विषय पर दिल्ली के विद्वान, वैज्ञानिक, आर्यावर्त वैदिक चिकित्सालय के निदेशक मुख्यवक्ता श्री सुनील जी आर्य ने पंचगव्य की आवश्यकता, महत्ता व सार्थकता को रेखांकित करते हुए अनेक रोगियों के अनुभवों को साझा करते हुए सबसे बीमारियों व उत्तम स्वास्थ्य हेतु पंचगव्य का अधिकतम उपयोग करने का आव्हान किया। विशिष्ट अतिथि अष्टांग आयुर्वेदिक महाविद्यालय, इंदौर के एसोसिएट प्रोफेसर एवं विभाग अध्यक्ष और कैंसर विभाग के प्रमुख डॉ. अखिलेश भार्गव ने गो मूत्र, गोबर पंचगव्य से कैंसर की चिकित्सा के अत्यंत लाभकारी परिणामों व अनुभवों के बारे में विस्तार से बताया। आप दोनों ने गो माता के संरक्षण, संवर्धन, पोषण और पर्यावरण संरक्षण आदि पर बल देते हुए सभी से ईमानदारी से गो सेवा करने का आव्हान किया। झाबुआ से लगभग 250 गो सेवकों के साथ पधारे नेतृत्व कर्ता श्री राजाराम जी..ने कहा कि वास्तव में हम गाँव वाले ही सच्चे गो सेवी व गो भक्त हैं,क्योंकि इंदौर जैसे शहर में तो गो माता के दर्शन ही दुर्लभ है। आपने देशी गोमाता के ही दूध व पंच गव्य का उपयोग करने का आग्रह किया।
उपस्थित सभी अतिथियो का विशेष स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मान किया सर्व श्री मनीष बिसानी,कैलाश चंद्र खण्डेलवाल, मनोज तिवारी,संजय कटारिया,प्रदीप अग्रवाल,नीरज मित्तल आदि ने।
प्रभारी कैलाश खण्डेलवाल ने बताया कि इस मौके पर सेकड़ो गो भक्तों की उत्साहवर्धक उपस्थिति में गो माता की जय के खूब जोरदार नारे लगते रहे।
संचालन किया अजित शर्मा ने तथा आभार माना नीलेश गंगराड़े ने।

Posted By – Kailash Khandelwal

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