भारत की जीडीपी वृद्धि का अनुमान 6.7 प्रतिशत से बढ़ाकर 7 प्रतिशत

एशियाई विकास बैंक (एडीबी) ने गुरुवार को चालू वित्त वर्ष के लिए भारत की जीडीपी वृद्धि का अनुमान 6.7 प्रतिशत से बढ़ाकर 7 प्रतिशत कर दिया है। एडीबी ने कहा है कि मजबूत वृद्धि सार्वजनिक और निजी क्षेत्र की निवेश और उपभोक्ता मांग में क्रमिक सुधार से प्रेरित होगी। हालांकि, 2024-25 का विकास अनुमान 2022-23 वित्तीय वर्ष के अनुमानित 7.6 प्रतिशत से कम है। एडीबी ने कहा कि मजबूत निवेश ने वित्त वर्ष 2022-23 में जीडीपी वृद्धि को गति दी क्योंकि खपत कम थी। एडीबी ने पिछले साल दिसंबर में वित्त वर्ष 2024-25 में भारतीय अर्थव्यवस्था के 6.7 प्रतिशत विस्तार का अनुमान लगाया था। एशियाई विकास आउटलुक के अप्रैल संस्करण में एडीबी ने कहा कि विनिर्माण और सेवाओं में मजबूत गति के साथ वित्त वर्ष 2023 में अर्थव्यवस्था में जोरदार वृद्धि हुई है। यह तेजी से बढ़ती रहेगी। विकास मुख्य रूप से मजबूत निवेश मांग और उपभोग मांग में सुधार से प्रेरित होगा। वहीं मुद्रास्फीति में गिरावट का रुझान जारी रहेगा। इसमें कहा गया है कि वित्त वर्ष 2024 और वित्त वर्ष 2025 में नरमी के बावजूद विकास मजबूत रहेगा। वित्त वर्ष 2025-26 के लिए एडीबी ने भारत की विकास दर 7.2 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया है।
एडीबी ने कहा कि इस वित्तीय वर्ष में निर्यात अपेक्षाकृत कम रहने की संभावना है क्योंकि प्रमुख उन्नत अर्थव्यवस्थाओं में वृद्धि धीमी हो गई है लेकिन वित्त वर्ष 2025 में इसमें सुधार होगा। एडीबी के अनुसार मुद्रास्फीति कम होने पर मौद्रिक नीति के विकास में सहायक बने रहने की उम्मीद है, जबकि राजकोषीय नीति का लक्ष्य समेकन है, लेकिन पूंजी निवेश के लिए समर्थन बरकरार है। कुल मिलाकर वित्त वर्ष 2024 में विकास दर धीमी होकर 7 प्रतिशत होने का अनुमान है, लेकिन वित्त वर्ष 2025 में यह सुधरकर 7.2 प्रतिशत हो सकती है। एडीबी ने कहा कि मध्यम अवधि में निर्यात को बढ़ावा देने के लिए भारत को वैश्विक मूल्य श्रृंखलाओं में अधिक एकीकरण की जरूरत है। वित्त वर्ष 2025 के लिए एडीबी का विकास पूर्वानुमान भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा लगाए गए अनुमानों के अनुरूप है। आरबीआई ने पिछले हफ्ते कहा था कि सामान्य मानसून की उम्मीद, मुद्रास्फीति के दबाव में कमी और विनिर्माण और सेवा क्षेत्रों में निरंतर गति के कारण चालू वित्त वर्ष में जीडीपी की वृद्धि दर 7 प्रतिशत रह सकती है।

source – ems

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button