फंस गईं उर्फी जावेद
। कई बार झूठ भी सच में बदल जाता है। बिग बॉस ओटीटी फेम प्रतियोगी उर्फी जावेद के खिलाफ अपनी गिरफ्तारी का फर्जी वीडियो साझा करके उनकी छवि खराब करने का मामला दर्ज किया है। यह घटना तब सामने आई जब उसकी कथित गिरफ्तारी के एक वीडियो ने सोशल मीडिया पर व्यापक ध्यान आकर्षित किया।
उर्फी जावेद गिरफ्तार वीडियो वायरल होने के बाद मुंबई पुलिस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म वीडियो में, उर्फी जावेद को खुद को पुलिस अधिकारी बताने वाले लोगों द्वारा गिरफ्तार करते देखा गया, जब वह सुबह एक कॉफी शॉप में थी, इस दौरान उसने बैकलेस लाल टॉप और डेनिम पैंट पहन रखी थी। पुलिस अधिकारियों का रूप धारण करने वाली दो महिला व्यक्तियों को उसकी पोशाक से संबंधित प्रश्न पूछते हुए, उसे पुलिस स्टेशन तक ले जाते देखा गया।दो महिला पुलिस अधिकारियों को उर्फी को अपने साथ पुलिस स्टेशन चलने के लिए कहते हुए देखा जा सकता है, और पूछती हैं, इतने छोटे कपड़े पहनके कौन घुमता है?
इस मामले में मुंबई पुलिस ने एक्स पर पोस्ट कर कहा कि सस्ते प्रचार के लिए कानून का उल्लंघन नहीं किया जा सकता है। हालांकि, भ्रामक वीडियो में शामिल लोगों के खिलाफ ओशिवारा पीएसटीएन में धारा 171, 419, 500, 34 आईपीसी के तहत एक आपराधिक मामला दर्ज किया गया है। आगे की जांच जारी है, इसके अलावा फर्जी इंस्पेक्टर को भी गिरफ्तार कर लिया है और वाहन भी जब्त कर लिया गया है।मुंबई पुलिस के आधिकारिक पेज ने भी इसी मामले के बारे में पोस्ट करने के लिए इंस्टाग्राम स्टोरीज़ का सहारा लिया। मुंबई पुलिस के अनुसार, वीडियो में पुलिस अधिकारियों की नकल करने वाले लोग वास्तव में पुलिस अधिकारी नहीं थे, और अपराधियों के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई है।
उर्फी जावेद ने धोखाधड़ी के उद्देश्य से दो महिलाओं और एक पुरुष के साथ मिलकर पुलिस की वर्दी पहनकर पुलिसकर्मी बनने का नाटक किया, हालांकि वे पुलिसकर्मी नहीं थे। ओशिवारा पुलिस स्टेशन ने आईपीसी की धारा के तहत मामला दर्ज कर पुलिस का रूप धारण करने वाले व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया और कार जब्त कर ली। पुलिस ने कहा कि सुबह लगभग 7 बजे, उर्फी जावेद ने दो महिलाओं और एक पुरुष के साथ मिलकर लोगों की अटेंशन हासिल करने के उद्देश्य से फर्जी उद्देश्यों के लिए पुलिस की वर्दी और पहचान का उपयोग करके रील बनाईं। पुलिस ने आगे कहा कि लोगों को यह वीडियो सच लगा और लोगों को लगा कि मुंबई पुलिस ने सच में महिलाओं को ऐसे कपड़े पहनने पर गिरफ्तार किया है, जिससे मुंबई पुलिस की बदनामी हुई है जबकि ऐसा नहीं है।
Source EMS